बाल विवाह और हमारा समाज।
भारत देश का यह दुर्भाग्य रहा है कि जिन लड़कियों की उम्र अभी गुड़ियों से खेलने की होती है उस उम्र में उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण फैसला कर लिया जाता है बाल विवाह भले ही गैरकानूनी है लेकिन भारत में धड़ल्ले से जारी है कानून द्वारा परिभाषित उम्र जो बालों को के लिए 21 वर्ष और बालिकाओं के लिए 18 वर्ष है से कम उम्र में किया गया विवाह बाल विवाह शायद पहला ऐसा अपराध है जो होने से पहले तो अवैध है लेकिन होती है होती ही बेड बन जाता है क्या या प्रथा भारत में अधिक काल से ही है या बाद में इसका प्रचलन हुआ ?
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भारत में मौजूदा गवर्नमेंट ने बाल विवाह के ताल्लुक से बाल विवाह के बारे में जो फैसला लिया है बहुत ही भविष्य में कारगर साबित होगा और इससे समाज में हमारी जो बेटीऔर बहन है उसको पढ़ने का और अपने भविष्य बनाने का अच्छा मौका उगेगा क्योंकि इससे पदार्थ उनको ज्यादा शिक्षा प्राप्त करने का मौका नहीं मिलता था अब इसमें 3 साल की बढ़ोतरी की गई है इससे 3 साल के अंदर बहुत ज्यादा कारगर साबित होगा और अपने भैंस को बच्चा अच्छा बनाएंगे कोई डॉक्टर बन सकती है इंजीनियर बन सकती है कलेक्टर बन सकती है जज बन सकती है इस तरह पीएचडी होल्डर हो सकता है हो सकता है इंजीनियर हो सकता है कलेक्टर हो सकता है उसी प्रकार हमारी बहने तमाम चीजें बराबरी और हासिल कर सकती हैं भारत सरकार को ढेर सारी बधाइयां धन्यवाद जय हिंद।