साहा को भारत की टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर मजूमदार ने उनसे इस मामले पर बात करनी चाही थी, लेकिन साहा के मना करने पर मजूमदार भड़क गए थे और कभी इंटरव्यू न करने की धमकी दी थी। भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा को एक इंटरव्यू के लिए धमकाने वाले पत्रकार बोरिया मजूमदार पर बीसीसीआई ने दो साल का बैन लगा दिया है। बीसीसीआई ने इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों की समिति का गठन किया था। समिति ने इस मामले में मजूमदार को दोषी पाया था और अब उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। साहा को भारत की टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर मजूमदार ने उनसे इस मामले पर बात करनी चाही थी, लेकिन साहा के मना करने पर मजूमदार भड़क गए थे और कभी इंटरव्यू न करने की धमकी दी थी।
मजूमदार मीडिया प्रतिनिधि के रूप में बीसीसीआई से जुड़े किसी भी अंतरराष्ट्रीय या घरेलू मैच के दौरान स्टेडियम के अंदर नहीं जा सकेंगे और मैच के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शामिल नहीं हो पाएंगे। . किसी भी भारतीय खिलाड़ी का इंटरव्यू नहीं कर पाएंगे, जिसका नाम बीसीसीआई के पास दर्ज है।
- बोरिया मजूमदार बीसीसीआई या उससे जुड़े सदस्यों की क्रिकेट सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे। इसका मतलब है कि उन्हें एनसीए जैसी संस्थाओं में जाने और किसी खिलाड़ी बात करने की भी अनुमति नहीं होगी।बीसीसीआई की तरफ से 19 फरवरी को श्रीलंका के खिलाफ टी-20 और टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का एलान किया गया था। लेकिन इसमें अनुभवी विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को जगह नहीं मिली। इसके बाद बोरिया मजूमदार ने साहा को व्हाट्सएप मैसेज कर इंटरव्यू की मांग की, जिसपर साहा ने कोई जवाब नहीं दिया था। फिर उन्हें मजूमदार की तरफ से अंजाम भुगतने की धमकियां दी गईं। साहा ने पूरी बात का स्क्रीनशॉट अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की थी।