क्रिकेट भी अजब खेल है. यहां कितने ही ऐसे वाकये हैं, जब एक ओवर में ही 36 या इससे अधिक रन बन गए. और जब गेंदबाजों का दिन हो तो पूरी टीम मिलकर भी इतने रन नहीं बना पाई. फर्स्टक्लास और लिस्ट ए क्रिकेट की तो बात तो छोड़ ही दीजिए, टेस्ट मैच में भी कितनी ही बार यह देखने को मिला कि पूरी टीम मिलकर भी 40-50 रन नहीं बना पाईं. भारतीय टीम भी 50 रन से कम के स्कोर पर 2 बार आउट हो चुकी है. जहां तक टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर (lowest Test Score) का सवाल है, तो यह दर्दनाक रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के नाम दर्ज है. न्यूजीलैंड (New Zealand) की टीम टेस्ट क्रिकेट में एक बार महज 26 रन पर आउट हो गई थी.
28 मार्च. साल 1955 की यही वो तारीख थी, जब इंग्लैंड के गेंदबाजों ने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को दिन में तारे दिखा दिए थे. ऑकलैंड में खेले गए इस मैच की पहली पारी में तो मेजबान न्यूजीलैंड (New Zealand) ने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया और 200 का स्कोर बनाया. इंग्लैंड की बैटिंग भी कोई खास नहीं रही. हालांकि, उसके लिए राहत की बात यह रही कि उसने गिरते-पड़ते न्यूजीलैंड पर 46 रन की बढ़त ले ही ली. इंग्लैंड (England) ने कुल 246 रन बनाए.बहरहाल, 28 मार्च 1955 को ऑकलैंड में जो हुआ, वह कल्पना से परे है. जरा कल्पना करिए कि कोई टीम 46 रन की बढ़त लेकर मैदान पर उतरी और पारी के अंतर से मैच जीत ले. इंग्लैंड ने उस दिन यही किया. उसने पहली पारी में 46 रन की बढ़त लेने के बाद न्यूजीलैंड की दूसरी पारी महज 26 रन पर समेट दी. यानी, इंग्लैंड ने यह मैच पारी व 20 रन से जीत लिया. वह भी महज 246 रन बनाकर. न्यूजीलैंड के यही 26 रन आज भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे छोटे स्कोर का विश्व रिकॉर्ड है.
न्यूजीलैंड जिस पारी में 26 रन पर सिमटा, उसमें सिर्फ एक बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सका. ओपनर बर्ट सटफ्लिक ने 11 रन बनाए. कप्तान ज्योफ रेबोन के बल्ले से 7 और हैरी केव के बल्ले से 5 रन निकले. न्यूजीलैंड के 5 बल्लेबाज तो खाता भी नहीं खोल सके. तीन बल्लेबाजों 1-1 रन बनाकर आउट हुए. न्यूजीलैंड की इस पारी में इंग्लैंड के 4 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की और चारों ने ही विकेट झटके. बॉब अप्लीयार्ड 4 विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज रहेटेस्ट क्रिकेट में सबसे छोटे स्कोर की जो लिस्ट बनती है, उसमें भारत का नाम भी आता है. भारत की टीम दो बार 50 से कम के स्कोर पर आउट हो चुकी थी. पहली बार ऐसा 1974 में हुआ था, जब भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट मैच में 42 रन पर आउट हो गई थी. तकरीबन 46 साल तक यही 42 रन भारतीय टीम का न्यूनतम स्कोर रहा. साल 2020 में भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के लिए एक बार फिर ऐसा ही दिन देखने को मिला.