चावल पूरे विश्व में 2nd नंबर पर सबसे ज्यादा उगाये जाने वाला अन्न है। दुनिया का करीब 20 % चावल भारत में उगाया जाता है। दुनिया भर में Rice की 40,000 से भी ज्यादा किस्में पाई जाती हैं। विश्व स्तर पर पहले स्थान पर China और India दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा चावल (Rice) का उत्पादन करता है।उत्तर भारत में चावल खाने का आवश्यक अंग है तो South India में यह मुख्य भोजन के रूप में प्रयोग होता है। संस्कृत भाषा में कच्चे चावल को तंडुल और पके चावल को ओदन कहा जाता है। चावल के प्रकार और चावल खाने के फायदे जानिए इस पोस्ट में।
ब्राउन राइस में ज्यादा फाइबर, ज्यादा प्रोटीन और पोषक तत्व पाए जाते हैं जोकि सेहत सही रखते हैं। ब्राउन राइस में कम स्टार्च (Low Starch) और कम कैलोरी होती हैं। वजन कम करने में ब्राउन राइस खाना लाभदायक है क्योंकि ये Low-carb, Low-calorie और High nutrients युक्त होता है। ब्राउन चावल में पाए जाने वाला प्राकृतिक तेल शरीर में बढे कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में सहायक है। ब्राउन राइस कई फायदेमंद गुणों से युक्त है तभी तो आजकल यह काफी ज्यादा उपयोग किया जा रहा है।तिन्नी चावल खाने से शरीर में इन्सुलिन और ब्लड शुगर संतुलित रहता है। तिन्नी चावल का लाल रंग इसमें पाए जाने वाले भरपूर लौह तत्व की वजह से होता है। तिन्नी चावल या लाल चावल में पाए जाने वाला विटामिन B6 लाल रक्त कणिकाओं को बनाने और सेरोटोनिन निर्माण को संतुलित करने में सहायक है.
उसना चावल, भुजिया चावल या पक्का चावल Diabetes (मधुमेह ) के रोगियों के लिए लाभदायक होता है। सेला चावल में कैल्शियम, मैगनिशियम, आयरन, पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। धान को कूटने से पहले हल्का सा उबाल कर भुजिया या सेला चावल बनाये जाते हैं.महकने वाले बासमती चावल की खेती मुख्यतः भारत और पाकिस्तान में की जाती है। बासमती चावल लम्बे, लाजवाब खुशबु वाले और पकने पर खिले-खिले से बनते हैं। America में भी बासमती की कुछ किस्में उगाई जाती है पर वह भारतीय बासमती चावल के सामने कहीं नहीं ठहरती।