खाद्य पदार्थों का रंग, आकार और स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जा रही मिलावटी सामग्री आपको डायरिया से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों तक के जोखिम दे सकती है।भोजन हर जीव-जंतु और मनुष्यों की बुनियादी जरूरत है और इससे ही हमारे शरीर के लिए उन सभी पोषक तत्वों की आपूर्ति होती है, जो शरीर के विकास तथा रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन जब खाद्य पदार्थों में मिलावट होती है या वे अशुद्ध होते हैं, तो उनसे हमारे शरीर को सही ढंग से पोषणनहीं मिल पाता और इसका कई तरह से असर शरीर पर पड़ता है। शायद आप नहीं जानती कि आपके घर आने वाली फल-सब्जियाें से लेकर दूध और घी तक बहुत कुछ मिलावटी है। और आपको गंभीर स्वास्थ्य जोखिम दे सकता है।
क्या है असल में फूड अडल्ट्रेशन
”मिलावट” एक कानूनी शब्दावली का हिस्सा है। जिसका आशय ऐसे खाद्य पदार्थ से होता है जो स्वास्थ्य या सुरक्षा संबंधी मानकों की कसौटी पर खरा नहीं उतरता और फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन तथा यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर/सेफ्टी एंड इंस्पेक्शन सर्विस द्वारा निर्धारित मानकों का अनुपालन नहीं करता।खाद्य पदार्थों में मिलावट के चलते उनकी क्वालिटी पर असर पड़ता है। ऐसा अधिक मुनाफा कमाने या अन्य किसी कारणवश, उनमें किसी खाद्य तत्व को हटाकर या नकली पदार्थों को मिलाकर अथवा खाद्य सामग्री से किसी महत्वपूर्ण पदार्थ को निकालकर किया जाता है।मिलावटी पदार्थ ऐसे रासायनिक पदार्थ होते हैं, जो हमारे भोजन या पेय पदार्थों में मिले होते हैं। उन्हें मंहगे पदार्थों की मात्रा बढ़ाने के लिए या फिर उत्पादन लागत में कमी लाने के लिए, अथवा किसी अन्य धोखाधड़ी या दुर्भावना के मकसद से मिलाया जाता है।
एडिटिव्स या जानबूझकर की जाने वाली मिलावट
खाद्य पदार्थों में जानबूझकर मिलावट का कारण उनके स्वरूप, फ्लेवर, टैक्सचर या स्टोरेज गुणों को बढ़ाना होता है। इन्हें मोटे तौर पर फूड एडिटिव्स कहा जाता है। इसके लिए कुछ ऐसे घटिया पदार्थों की मिलावट की जाती है, जो उन पदार्थों से मिलते-जुलते होते हैं। जिनमें इन्हें मिलाया जाता है। इस तरह, इनका पता लगाना मुश्किल होता है। खाद्य पदार्थों में मिलावट के लिए कई प्रकार के रसायनों जैसे यूरिया, मेलामाइन और अन्य पदार्थों जैसे कि स्टार्च, आटा, गन्ने की खांड, वनस्पति तेल, पानी, स्किम मिल्क, रेत, चॉक पाउडर, शीरा या गुड़, पत्थर, ईंट का चूरा, अरगट, चिकोरी, भुना हुआ जौं चूर्ण, पपीते के पिसे बीज आदि का इस्तेमाल आमतौर पर किया जाता है।