कल्पना एक ऐसा मामला है जहाँ हमारी सारी इच्छाओं को प्राथमिकता से नियंत्रित किया जा सकता है! हम जो चाहें कल्पना कर सकते हैं! कल्पना इस दुनिया में कई खुशियों में से एक है! इंसान अगर कल्पना करके ही सुख पाता है तो वह हकीकत से दूर जाने लगता है !
एक समय ऐसा आता है जब मनुष्य अपने सभी अधूरे सपनों को कल्पना से पूरा करने लगता है! आखिरकार, मुझे अभी तक इसका जवाब नहीं मिला है कि लोग वास्तव में जीतते हैं या हारते हैं, लेकिन मैं जानता हूं कि लोगों को खुशी मिलती है कि खुशी केवल महसूस की जा सकती है और कहीं नहीं!