नींद न आना आजकल करोड़ों लोग की समस्या बना गई है। आधुनिक जीवनशैली के दबाव के कारण लोग अनिद्रा से ग्रस्त हैं। अच्छी सेहत के लिए भरपूर नींद आना बहुत ज़रूरी है। दवा बनाने वाली कंपनियाँ अनिद्रा के इलाज की दवाइयां बनाकर अरबों का बिजनेस कर रही हैं।अगर आपको अक्सर ही रात में थके होने के बावजूद नींद नहीं आती या फिर हफ्ते में 3 रात नींद नहीं आ रही और नींद आए तो बहुत कम समय के लिए आए तो यह अनिद्रा रोग (Insomnia) हो सकता है। अनिद्रा होने के अनेक संभावित कारण हो सकते हैं। अधिकांश मामलों में अनिद्रा का कारण तनाव (Stress), चिंता और अवसाद होता है।
कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव से भी नींद न आने की शिकायत हो जाती है। चाहे जो भी कारण हो, लंबे समय से हो रही अनिद्रा शरीर को बोझिल कर देती है। इससे सोचविचार की क्षमता कुंद (slow) होने लगती है और पूरे शरीर पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है। चाहे आपकी समस्या कितनी ही छोटी क्यों न हो लेकिन ये आपकी नींद को धीरे-धीरे प्रभावित करती है और आप बेचैनी (Restlessness) के शिकार होते जाते हैं।नींद न आने की बीमारी के प्राकृतिक उपचार के लिए हम आपको उन वस्तुओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके घर में आसानी से मिल सकती हैं। इनके उपयोग से किसी प्रकार की हानि की संभावना न के बराबर है। यदि आपको भी लंबे समय से नींद न आने की समस्या हो तो आप नीचे दिए गए उपाय आजमा सकते है।
रानी पद्धतियों में जीरे के तेल को निद्राकारक पदार्थ कहा गया है क्योंकि इसमें ट्रांक्विलाइजिंग प्रभाव होते हैं।जीरा हमारे पाचन तंत्र के लिए भी बहुत लाभदायक है। एक छोटा चम्मच जितना जीरा पके केले में लगाकर सोते समय खाना नींद के लिए अच्छा होता है। जीरे के प्रयोग से शरीर में चुस्ती-फुर्ती आती है, शरीर हल्का महसूस होता है। एक चम्मच जीरा पतीले में कुछ देर भूनिए। थोड़ी देर में इसका तेल बेहतरीन खुशबू के साथ बाहर आने लगेगा। फिर इसमें एक कप पानी डालकर पांच मिनट तक उबलने दें। थोड़ा ठंडा होने पर इसे छान लें और सोने के पहले चाय की तरह पिएं।