काली मिर्च भारत के प्रमुख मसालों में एक है। भारत में 2000 BC के पहले से काली मिर्च का उपयोग आयुर्वेद व भोजन में होता रहा है। एक समय था कि पूरी दुनिया में भारत काली मिर्च बेचता था और काली मिर्च की वैल्यू सोने (Gold) जैसी थी। आज ये मसाला दुनिया भर के सभी देशों में खूब प्रयोग किया जाता काली मिर्च का प्रयोग खांसी, जुकाम, बंद नाक, ठंडी लगने जैसी बीमारियों को सफलतापूर्वक ठीक करने में किया जाता रहा है। इसके लिए अदरक-काली मिर्च-तुलसी-शहद का काढ़ा पियें या फिर ये सब (अदरक-काली मिर्च-तुलसी) कूटकर चाय के साथ उबाल लें।
काली मिर्च खाने से ब्लड-शुगर कंट्रोल होता है और बढ़ा हुआ कोलेस्टेरॉल लेवल कम होता है। रिसर्च में देखा गया है कि कैंसर रोग से बचाव और उपचार में भी काली मिर्च मददगार है।है। खाने को स्वाद और महक देने के अलावा भी.
दिमाग को तेज करने, याददाश्त यानि मेमोरी अच्छी करने और आँखों की रोशनी तेज करने में काली मिर्च का सेवन करना चाहिए। इसका तरीका ये है कि सुबह के समय खाली पेट 1 छोटा चम्मच काली मिर्च कूटकर, 1 चम्मच देसी घी और पीसी मिश्री या चीनी मिलाकर खाएं।यह उपाय बढ़ती उम्र में भूलने की बीमारी ) रोग में भी फायदा करता है। काली मिर्च के पाइपराइन नामक तत्व में Anti-Depressant गुण होते हैं जोकि टेंशन, डिप्रेशन दूर करते हैं। यह तंत्रिका तन्त्र को एक्टिव करता है और स्वस्थ रखता है। काली मिर्च में पाए जाने वाला पाइपराइन तत्व भोजन पचाने में मदद करता है और पेट की कई बीमारियां ठीक करने में भी कारगर है। यह पेट में पाए जाने वाले हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव तेज करता है जिससे पाचन अच्छे से हो सके। पाचन सही हो तो पेट की अधिकतर बीमारियाँ होती ही नहीं।
भी फायदेमंद होता है। बाजार में काली मिर्च एसेंशियल आयल मिलता है. इस तेल की प्रवृत्ति गर्म होती है। इस तेल की मालिश से रक्त संचार तेज होता है जिससे आर्थराइटिस, गाउट, गठिया रोग में आराम मिलता है। काली मिर्च विटिलिगो त्वचा रोग (Vitiligo), चेहरे पर महीन लाइन, सिकुड़न और अन्य Skin problems को ठीक करने में सहायक माना गया है। काली मिर्च में पाइपराइन नामक तत्व होता है जोकि Cancer होने से बचाता है। काली मिर्च में विटामिन A, विटामिन C, एंटी-ओक्सिडेंट, फलेवोनोइडस पाए जाते हैं. काली मिर्च का एंटी बैक्टीरियल गुण सांस सम्बन्धी रोगों को भी दूर करता है। काली मिर्च में डाईयूरेटिक, डाईअफोरेटिक गुण पाए जाते हैं. इन गुणों की वजह से काली मिर्च शरीर के विषैले टोक्सिन तत्व, अनावश्यक यूरिक एसिड, बढ़ा हुआ नमक की मात्रा शरीर से बाहर करता है।