इस लेख में जानिए पानी में Fluoride से दुष्प्रभाव के विषय में आपको कौन सी बातों की जानकारी होनी चाहिए व फ्लोराइड के नुकसान क्या हैं। कई देशों जैसे आदि में पीने के पानी के फ्लोरिडेशन की नीति इतने लंबे समय से प्रभावी है कि अधिकांश लोग इसपर ध्यान ही नहीं देते।लेकिन अब बहुत से Scientist और जनस्वास्थ्य अधिकारी यह प्रश्न उठा रहे हैं कि राष्ट्रव्यापी फ्लोरिडेशन का क्या औचित्य है और पानी में Fluoride की उपस्थिति के मानव शरीर पर कौन से प्रतिकूल दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।फ्लोराइड के प्रोमोटर्स नहीं चाहते हैं कि जनता ये जाने कि Public Water System में मिलाए जाने वाला फ्लोराइड प्राकृतिक रूप से प्राप्त नहीं किया गया है। पानी में अलग से मिलाया गया फ्लोराइड अक्सर ही हाइड्रोफ्लुओरोसीलिसिक एसिड का रूप ले लेता है।
द लांसेट (The lancet) की गिनती विश्व के सबसे पुराने व प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल्स में होती है। इसने बहुत मुखर होकर कहा है किफ्लोराइड एक न्यूरोटॉक्सिन है अर्थात यह हमारे शारीरिक व मानसिक विकास के लिए खतरनाक है। इसने अपने लेख में यह बताया है कि पूरे विश्व में बच्चों को प्रभावित करनेवाले न्यूरोडेवलेपमेंटल मामले जैसे कि ऑटिज़्म (autism), अटेंशन डेफ़िसिट डिसॉर्डर और अन्य विकृतियां फ्लोराइड तथा इसी प्रकार के अन्य औद्योगिक प्रतिउत्पादों के उपयोग के कारण हो रही हैं और इनके बीच का संबंध अब स्पष्ट हो गया है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के भूतपूर्व प्रधान कैमिस्ट डॉ. डीन बर्क ने यह पाया कि शरीर में कोशिकाओं की बढ़त, फैटी एसिड्स (fatty acid) का निर्माण, और एमीनो एसिड्स के मेटाबोलिज़्म के लिए आवश्यक यौगिक बायोटिनफ्लोराइड की उपस्थिति में सही तरीके से अपना काम नहीं कर पाता।
फ्लोराइड के उपयोग को प्रोमोट करनेवाले लोग इस प्रश्न का उत्तर नहीं देते कि जब हमारे टूथपेस्ट, माउथवॉश और अन्य हेल्थ प्रोटक्ट्स में फ्लोराइड होने के साथ ही पानी में प्राकृतिक रूप में भी सूक्ष्म मात्रा में fluoride होता है तो उसे पीने के पानी में अलग से मिलाए जाने की क्या ज़रूरत है?यह एसिड प्रायः फॉस्फेट की खदानों और निर्माण प्रक्रिया के प्रतिउत्पाद (by-product) के रूप में मिलता है जहां धरती से निकाली गई चट्टानों को सल्फ्यूरिक एसिड (sulfuric acid) से भरी नांदों में शुद्धिकरण के लिए रखा जाता है ताकि उसके अवांछित तत्व अलग हो जाएं।