It is very sad when your best friend, whom you value the most, suddenly starts ignoring you. In such a situation, questions arise in the heart that why is this happening? Have you done something wrong? Does he not value friendship as before? Finding answers to these questions can be difficult, but it is very important to try to understand your feelings and situation.
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I know that when you consider someone your own and care for them, you want them to understand your feelings too. But sometimes it happens that our care or our efforts start feeling like a burden to the other person. It is not necessary that you are wrong, but it is possible that the person is behaving like this for some other reason.
In such a situation, it is important to first understand that everyone has a different nature and way of thinking. It is possible that your concern may seem strange to that person or he may feel that you are paying more attention than necessary. It is also possible that he is facing some other problem or stress in his life, due to which he is not able to give you that much time and attention.
Your feelings are true and you have considered him a friend from the heart, so you should try to understand what his feelings and problems are. You can try to talk to him openly. But there should be no place for complaint or anger in this conversation. Express your feelings to him gently and with a true heart. Tell him how much you value his friendship and if you have made any mistake, then you are ready to correct it.
Apart from this, you also have to understand that there should be a balance in every relationship. If you try too much, the other person may feel it as pressure. Friendship does not mean that you should be connected to each other all the time. It is also very important to give freedom and space in friendship. It may be that your friend wants to keep himself alone for some time or he is busy handling some of his personal things.
If you have tried your best and still he does not change his behavior towards you, then you need to get a grip on yourself. Not every relationship in life is forever, and this is difficult to accept but it is necessary. Maybe that phase of your friendship is over and it is time for you to move on.
The most important thing is that you should not forget to value yourself and your happiness. It is not right to make yourself feel inferior or sacrifice your happiness for someone. If your friend is unable to understand your truth and concern, it does not mean that you are wrong. You may find a friend who values your feelings and efforts.
So, learn to love yourself and give yourself time. This time will give you a chance to understand your feelings and know yourself better. The coming and going of friends is a part of life, but what matters is how you maintain the happiness and peace of your soul.
Finally, remember that every experience is there to teach us something. This experience will also make you stronger and wiser. Friendship should also teach us to be patient and understanding. If your friend comes back, accept him with open arms, and even if he doesn't, thank him wholeheartedly for giving him a chance to be a part of your life.
HINDI
यह बहुत दुखद होता है जब आपका सबसे अच्छा दोस्त, जिसे आप सबसे ज्यादा अहमियत देते हैं, अचानक आपको नजरअंदाज करने लगता है। ऐसे हालात में दिल में सवाल उठते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? क्या आपने कोई गलती की है? क्या वह दोस्ती को पहले जैसा नहीं मानता? इन सवालों के जवाब ढूंढना मुश्किल हो सकता है, लेकिन अपनी भावनाओं और हालात को समझने की कोशिश करना बहुत जरूरी है।
मैं जानता हूं कि जब आप किसी को दिल से अपना मानते हैं और उसकी परवाह करते हैं, तो आप चाहते हैं कि वह भी आपकी भावनाओं को समझे। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हमारी परवाह या हमारी कोशिशें सामने वाले को बोझ लगने लगती हैं। यह जरूरी नहीं है कि आप गलत हैं, बल्कि हो सकता है कि वह व्यक्ति किसी और ही वजह से ऐसा बर्ताव कर रहा हो।
ऐसे में सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि हर किसी का अपना एक अलग स्वभाव और सोचने का तरीका होता है। हो सकता है कि आपकी परवाह उस व्यक्ति के लिए अजीब हो या उसे महसूस हो कि आप जरूरत से ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। यह भी मुमकिन है कि उसे अपनी जिंदगी में किसी और समस्या या तनाव का सामना करना पड़ रहा हो, जिसकी वजह से वह आपको उतना समय और ध्यान नहीं दे पा रहा है।
आपकी भावना सच्ची है और आपने उसे दिल से दोस्त माना है, इसलिए आपको यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि उसकी भावनाएं और समस्याएं क्या हैं। आप उससे खुलकर बात करने की कोशिश कर सकते हैं। लेकिन इस बातचीत में शिकायत या गुस्से की जगह नहीं होनी चाहिए। आप अपने दिल की बात धीरे से और सच्चे दिल से उसके सामने रखें। उसे यह बताएं कि आप उसकी दोस्ती को कितना महत्व देते हैं और अगर कोई गलती हुई है तो आप उसे सुधारने के लिए तैयार हैं।
इसके अलावा, आपको यह भी समझना होगा कि हर रिश्ते में एक संतुलन होना जरूरी है। अगर आप जरूरत से ज्यादा कोशिश करेंगे तो सामने वाला इंसान उसे दबाव के रूप में महसूस कर सकता है। दोस्ती का मतलब यह नहीं है कि हर वक्त आप एक-दूसरे से जुड़े रहें। दोस्ती में आजादी और स्पेस देना भी बहुत जरूरी है। यह हो सकता है कि आपका दोस्त कुछ समय के लिए खुद को अकेला रखना चाहता हो या वह अपनी कुछ निजी चीजों को संभालने में व्यस्त हो।
अगर आप अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर चुके हैं और फिर भी वह आपके प्रति अपना व्यवहार नहीं बदलता, तो आपको खुद को संभालने की जरूरत है। जिंदगी में हर रिश्ता हमेशा के लिए नहीं होता, और यह स्वीकार करना मुश्किल जरूर है लेकिन जरूरी भी है। हो सकता है कि आपकी दोस्ती का वह चरण खत्म हो चुका हो और अब आपको आगे बढ़ने का समय है।
सबसे अहम बात यह है कि आप अपनी खुशी और खुद की कद्र करना न भूलें। किसी के लिए खुद को कमतर महसूस करना या अपनी खुशी को कुर्बान करना सही नहीं है। अगर आपका दोस्त आपकी सच्चाई और परवाह को समझ नहीं पा रहा, तो इसका मतलब यह नहीं कि आप गलत हैं। हो सकता है कि आपको ऐसा कोई दोस्त मिले जो आपकी भावनाओं और कोशिशों की कद्र करे।
इसलिए, खुद से प्यार करना सीखें और खुद को समय दें। यह समय आपको अपनी भावनाओं को समझने और खुद को बेहतर तरीके से जानने का मौका देगा। दोस्तों का आना-जाना जिंदगी का हिस्सा है, लेकिन जो बात मायने रखती है वह यह है कि आप अपनी आत्मा की खुशी और शांति को कैसे बनाए रखते हैं।
आखिर में, यह याद रखें कि हर अनुभव हमें कुछ सिखाने के लिए होता है। यह अनुभव भी आपको मजबूत और समझदार बनाएगा। दोस्ती में भी हमें धैर्य और समझदारी रखना सिखाना चाहिए। अगर आपका दोस्त लौटकर आता है, तो उसे खुली बाहों से स्वीकार करें, और अगर वह नहीं आता, तो भी उसे दिल से धन्यवाद दें कि उसने आपकी जिंदगी का हिस्सा बनने का मौका दिया।